संस्कृत कल्पः’ शृंखला राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा पर आधारित कक्षा 5 से 8 तक के लिए तैयार की गई है। इस शृंखला की रचना संस्कृत भाषा को छात्रें की रुचि के अनुकूल सरलतम तथा ग्राह्य रूप में प्रस्तुत करने के लिए की गई है। ‘संस्कृत कल्पः’ में शब्दार्थ के अतिरिक्त संधिविच्छेद, संयोगयुक्त शब्द, प्रत्यय एवं उपसर्गयुक्त शब्द, नई धातुएँ, नए अव्यय एवं समस्तपदों का समावेश किया गया है। ‘विशेष’ एवं ‘याद रखें’ शीर्षकों के अंतर्गत सरल और रोचक उदाहरण
देकर व्याकरण के नियमों को समझाने का प्रयत्न किया गया है। तालिका-निर्माण, चित्र-वर्णन, व्याकरण के नियमों का सचित्र निरूपण आदि के द्वारा विद्यार्थियों को अपने भाषा-कौशल में उत्तरोत्तर वृद्धि करने का सुअवसर प्रदान किया गया है। इसके अतिरिक्त सूक्तियों व ‘मूल्यपरक प्रश्नों’ के द्वारा जीवन-कला एवं नैतिक मूल्यों का भी ज्ञान कराया गया है। निस्संदेह यह शृंखला छात्रें के संस्कृत भाषा-ज्ञान के सर्वांगीण विकास में उपयोगी सिद्ध होगी।