हिंदी व्याकरण के व्यावहारिक ज्ञान को केंद्र-बिंदु बनाकर रचित ‘व्याकरण निधि’ पुस्तकमाला छात्रों के समस्त व्याकरणिक ज्ञान की वृद्धि करने में सहायक सिद्ध होगी। इस पुस्तकमाला का उद्देश्य पठन-सामग्री को रोचक बनाकर छात्रों के समक्ष प्रस्तुत करना है, जिससे छात्र व्याकरण को सहज एवं स्वाभाविक रूप से आत्मसात कर सकें। छात्रों के पुनः अभ्यास के लिए अध्यायों के बीच-बीच में अभ्यास कार्य दिए गए हैं। रंगीन चित्रात्मक शैली, सरल भाषा और साधारण उदाहरण इसकी उपादेयता को बढ़ाने में समर्थ हैं।