‘उन्मेष’ हिंदी पाठ्यपुस्तकों की प्रस्तुत शृंखला ‘राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 (एन.सी.एफ.) के आलोक में नवीन पाठ्यक्रम पर आधारित है। इस पुस्तकमाला में पठन-पाठन की प्रक्रिया को उत्साहवर्धक एवं सार्थक बनाने के लिए बच्चों के कोमल मन, आयु, रुचि तथा बोध स्तर को ध्यान में रखकर पाठों का चयन किया गया है। शृंखला का एकमात्र उद्देश्य बच्चों के पढ़ने-लिखने, सुनने और बोलने के कौशलों का समुचित विकास करना है। इन कौशलों में बच्चों को दक्ष बनाने हेतु पाठ्यपुस्तक में चित्रकथा, कविता, कहानी,संस्मरण,रेखाचित्र, जीवनी, एकांकी, यात्र-वर्णन, निबंध, नाटक, पत्र एवं साक्षात्कार आदि विविध विधाओं को मोती की तरह पिरोया गया है। नवीनतम गतिविधियों एवं शिक्षण युक्तियों की सहायता से निर्मित सुंदर बहुरंगी चित्रें के माध्यम से विषयवस्तु को मनमोहक एवं सहजता से बोधगम्य बनाया गया है।इस पाठ्यपुस्तक शृंखला की सहायता से विद्यार्थी बहुत सरलता से हिंदी भाषा सीख सकेंगे तथा पाठ की विषयवस्तु के साथ अपने अनुभवों का तारतम्य आसानी से बिठा सकेंगे। ये पाठ्यपुस्तकें छात्रें की भाषा संबंधी समझ को अधिक रुचिकर ढंग से समृद्ध ही नहीं करेंगी अपितु उनमें अंतःनिहित बहुप्रतिभाओं को मुखरित होने के चहुँमुखी आयाम भी विकसित करेंगी। स्वभावतः छात्रें में विविध ढंग से समझने व सीखने की जिज्ञासाएँ एवं उत्सुकताएँ होती हैं, वे अपने आस-पास के परिवेश को बड़ी कौतूहलपूर्ण दृष्टि से देखते हैं और उसे जानने का सहज प्रयास करते हैं, उन्हें अपने परिवेश के साथ सरलता से जोड़ने में ये पाठ्यपुस्तकें उनकी महत्वपूर्ण सहायता करेंगी, क्योंकि हमारा उद्देश्य विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास करते हुए, उन्हें हिन्दी भाषा के आधारभूत कौशलों में निपुण बनाना है।